मीन राशि का उपाय

Kaushik sharma




         मीन राशि या मीन लग्न के उपाय


पाठकों जन्म कुंडली की विभिन्न राशि और लग्न का अपना अलग वजूद होता है तथा किसी भी राशि और लग्न के लिए जो उपाय अमृत के समान हो वो दूसरी राशि के लिए जहर का काम करता है। जब इंसान इन्ही राशि और लग्नानुसार सही उपाय द्वारा अपने रहन-सहन और लाइफ स्टाइल में परिवर्तन लाता है तो संघर्ष भरे इस जीवन की नैया भी सही रास्ते पर सही ढंग से चलने लगती है। वैसे तो संसार के कई लोग बिना राशि और लग्न का उपाय जाने अपने रुचि अनुसार अपना लाइफस्टाइल बना ही लेते है लेकिन गलत लाइफस्टाइल से जीवन में होने वाली गलतियों से आगे चलकर पछताने के अलावा कुछ भी नही रहता। इन्ही गलतियों को सुधारने के लिए अपने राशि या लग्नानुसार लाइफस्टाइल में कुछ परिवर्तन लाकर सुख-समृद्धि और सफलता का का मार्ग प्रशस्थ कर सकते है। कई पाठकों को पूजा पाठ या टोटकों को करने पर कोई लाभ नहीं होता जिसके के कारण इन उपायों से क्या फायदा होने वाला है ? ऐसा ख्याल होना लाजमी है

लेकिन ज्योतिष अनुसार प्रत्येक राशि व लग्न वालों के जीवन जीने एक तरीका बताया गया है जो की लाभ-हानि के विचार से बदला नहीं जा सकता क्योकि इन उपाईयों की प्रमाणिकता का सवाल किसी के कर्म अनुसार दुर्भाग्यवान होने पर बदलता नही क्योंकि कोई ये उपाय करे न करे परन्तु असलियत में जीवन जीने का उपाय तो यही है और जिसके चलते कोई अपने मनमर्जी के लाइफस्टाइल को अपनाकर चाहे कैसे भी जी लें लेकिन वो नियम उसके अपने दिमाग की ही उपज होगी शास्त्र के अनुसार नहीं ऐसा मानकर चलें इसलिए इन उपायों से लाभ क्या होगा ये न देखकर इन्हीं नियम को अपनाते हुए जीवन जीना ही लाजमी है यह तय है। नीचे मीन राशि एवं मीन लग्न अनुसार ये उपाय दिया गया है जिन्हें अपनाकर आप भी अपने व्येक्तित्व का विकास कर सकते है। इन उपायों में राशि या लग्न अनुसार वो गुणमर्म छिपा है जिससे आपकी प्रतिष्ठा, धन, व्यवसाय,कर्म, संतान, विवाह एवं भाग्य कि वृद्धि बिना रत्न,यन्त्र, कवच के ही जीवन को आसान बनाने का काम करता है। तो आईये जाने इन उपायों को। 



मीन राशि या मीन लग्न का लालकिताब उपाय


सिर पर शिखा रखें। गुरु, वैष्णव व साधु-संतों की सेवा करें तथा किसी मंदिर की साफ सफाई का काम करें।बृहस्पति की चीजों का दान करें। स्त्री या पति की सलाह से व्यापार करें। मुर्गे को दाना डालें। मन्दिर में दो पिले वस्त्र श्री कृष्ण या वृद्ध ब्राम्हण या गुरु को दान करें। किसी से दान न लें या मदद लेने से दूर रहें ।अपने ईश्वर और भाग्य पर भरोसा करें। सड़क या घर के सामने गड्ढा न रखें उन्हें भरें। केसर और हल्दी का तिलक करें। बड़ों की सेवा करें तथा मा दुर्गा का पूजा-पाठ करें। पिले बनियान पर लाल रंग का स्वस्तिक निशान लगाएं। किसी के सामने न नहाएं। घर पर एवं मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना करें। कुलपुरोहित या पिता की उम्र के ब्राम्हण का आशीर्वाद प्राप्त करें। पीपल के वृक्ष में गुरुवार से नियमित जल दान करें। कुंडली में गुरु अशुभ होने पर मंदिर से प्रसाद न ग्रहण करें। सोने को पीले वस्त्र में मोड़कर कर घर के उत्तर दिशा में रखें।

🌐  सभी राशि एवं लग्न अनुसार उपाय



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