पारद शिवलिंग की पूजा कैसे करें ?
पारद शिवलिंग की पूजा कैसे करें ?- वैसे तो लिंग विभिन्न धातु व पत्थर से निर्माण किए जाते है परंतु पारद शिवलिंग-रसराज रससिद्ध पारद सभी धातुओं में सर्वश्रेष्ठ माना गया है। भगवान शंकर के रुप होने के कारण सभी देवी-देवताओं के द्वारा वंदनीय एवं पूजनीय है। पारद शिवलिंग के पूजन से धन, आरोग्य, ज्ञान और ऐश्वर्य आदि प्राप्त होते हैं। श्री महर्षि वाग्भट्ट के अनुसार, जो पारदलिंग की भक्ति सहित पूजा करता है, उसे तीनों लोकों में स्थित शिवलिगों के पूजन का फल मिलता है। पारदलिंग का दर्शन महा पुण्यदाता है, इसके दर्शन से 100 अश्वमेघ यज्ञ करने, करोड़ों गौदान करने एवं सहस्त्र मण स्वर्ण दान करने का फल मिलता है। जिस घर में यह शिवलिंग स्थापित हो वह घर धन-धान्य से पूर्ण होकर आध्यात्ममय बन जाता है। कहा जाता है कि घर में पारद शिवलिंग रखने से सभी प्रकार के वास्तु दोष दूर हो जाते हैं। यही नहीं इसके अलावा यह भी जाता है कि पारद शिवलिंग का अभिषेक करने पर तांत्रिक प्रयोग नष्ट हो जाते हैं। पारद शिवलिंग जिसके बारे में शास्त्रों में बताया गया है कि पारद शिवलिंग की नित्य साधना व पूजा-अर्चना करने से धन-धान्य, आरोग्य, पद-प्रतिष्ठा, सुख आदि भी प्राप्त होते हैं। पारद शिवलिंग की पूजा करने के कई फायदे होते हैं। लेकिन हां यह भी सच है कि आपको पारद शिवलिंग की पूजा करने की सही विधि का जानकार होना आवश्यक है।
पारद का शिवलिंग एवं पूजन के फायदे-
प्राचीन शास्त्रों में बताया गया है कि द्वादश ज्योतिर्लिंग के पूजन से जितना पुण्य प्राप्त होता है उतना पुण्य पारद शिवलिंग के दर्शन मात्र से मिल जाया करता है। नवग्रहों से जो अनिष्ट प्रभाव का डर रहता है पारद शिवलिंग के पूजन से उससे भी मुक्ति मिल जाती है। यही नहीं पारदशिवलिंग की भक्तिभाव से पूजा-अर्चना करने से संतानहीन दंपति को भी संतान रत्न की प्राप्ति हो जाती है। मान्यता है कि जिस घर में पारद लिंग होता है उस घर में रिद्धि-सिद्धि और लक्ष्मी का वास होता है, साक्षात भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है।
पौराणिक शास्त्रों की मानें तो जो लोग पारद शिवलिंग की पूजा-अर्चना करते हैं उनके जीवन में कभी भी धन की कमी या फिर किसी भी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। यह भी माना जाता है कि पारद उच्च रक्तचाप, अस्थमा जैसी बीमारियों से बच जाता है। यहां तक कि इससे शारीरिक तंदुरुस्ती में भी इजाफा होता है।
घर के हर प्रकार के वास्तु दोष में पारद शिवलिंग रखने से सभी प्रकार के अशुभ दोष दूर हो जाते हैं। यही नहीं इसके अलावा यह भी जाता है कि पारद शिवलिंग का अभिषेक करने पर तांत्रिक प्रयोग नष्ट हो जाते हैं। पारद शिवलिंग का निर्माण जो आपको थर्मामीटर में चमकता हुआ दिखाई देता है, वही पारा धातु होता है। इसी पारे से निर्मित पारद शिवलिंग का निर्माण होता है। इसके लिए पारे को विशेष प्रक्रियाओं द्वारा शोधित किया जाता है जिससे वह ठोस बन जाता है फिर तत्काल उसके शिवलिंग बना लिए जाते हैं।
पारद शिवलिंग के बारे में बात करें तो आपको बता दें कि यह पारा का बना होता है, पारा एकमात्र ऐसी धातु है, जो सामान्य स्थिति में भी द्रव रूप में रहता है और हम सभी इसका प्रयोग आमतौर पर शरीर के तापमान को नापने के लिए करते हैं
असली पारद शिवलिंग की पहचाअसली पारदशिवलिंग की पहचान करने के लिए इसे हथेली पर घिसा जाये तो किसी किस्म की कालिख नहीं आती। वहीं ध्यान रहे कि जब असली पारद शिवलिंग को जल में रखकर धुप में रखा जाता है तो कुछ समय बाद पारद शिवलिंग पर शुद्ध स्वर्ण जैसी आभा आ जाती है।
Please do not insert any spam link in the comment box.