युरेनस सप्तम भाव में (uranus in 7th house)

Kaushik sharma
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भारतीय ज्योतिष में, यूरेनस को प्रजापति के नाम से जाना जाता है। प्रजापति यानि ब्रम्हा जो कि नई सृष्टि और अचानक अप्रत्याशित परिवर्तन लाता है। यूरेनस को सौर मंडल में एक सुदूर बर्फ का दानव माना गया है जिसको 1781 में विलियम हर्शल द्वारा खोजा गया। जन्मकुण्डली में स्थित विभिन्न भाव में युरेनस का फल नीचे प्रस्तुत है।


यूरेनस सप्तम भाव में हो तो जातक पत्नी-सुख से वंचित रहता है। पति-पत्नी में सदैव कलह होती है। ऐसा व्यक्ति स्त्री-वियोगी, व्यभिचारी, निर्दय, अत्यधिक खर्चीला, अपयशी, परदेशवासी, अनेक शत्रुओं वाला, क्रोधी तथा अदालती मामलों में अप- यश (हानि) पाने वाला होता है। जातक के जिस भाव में यूरेनस स्थित हो, उसी भाव वाली राशि की स्त्री के साथ विवाह करना लाभकारी रहता है। अन्यथा विवाहोपरान्त अल्प समय में ही अनेक प्रकार के विघ्न जैसे स्त्री को क्षय रोग, मृगी रोग, तलाक, पत्नी की आकस्मिक मृत्यु आदि के कुअवसर उपस्थित होते हैं। स्त्री अस्थिर बुद्धि वाली होती है। ऐसा व्यक्ति विकलाङ्ग-पत्नी वाला, गुप्त विवाह करने वाला तथा विवाहोपरान्त कष्ट पाने वाला होता है। एक जगह से सगाई छूट कर दूसरी जगह से विवाह होना, विवाह में विलम्ब, हठी स्वभाव वाली पत्नी, आदि प्रसङ्ग उपस्थित होते हैं। यूरेनस पापराशि में अथवा पापग्रह से युक्त हो तो पूर्वोक्त अशुभ फल अवश्य प्राप्त होते हैं। यदि शुभ राशि में अथवा शुभग्रह से युक्त अथवा दृष्ट हो तो अशुभ फल अल्प-परिणाम में मिलते हैं। सप्तमस्थ यूरेनस के कारण जातक की स्त्री अस्थिर-बुद्धि वाली, दुःख देने वाली तथा स्वयं दुःख पाने वाली होती है। जातक को स्त्री-विरह में समय बिताना पड़ता है। नये लोगों से परिचय एवं सम्बन्ध लाभकारी होता है तथा नैतिक बिजय मिलती है, परन्तु किसी सार्वजनिक क्षेत्र में अधिकार पूर्ण पद अथवा दायित्व को ग्रहण करना जातक के लिए ठीक नहीं रहता। सप्तमस्थ यूरेनस के कारण ससुराल से धन आदि का लाभ नहीं होता तथा स्त्री पक्ष के लोग भले नहीं होते या उनसे झगड़ा या विवाद की स्थिति बन ही जाती है। व्यवसाय में साझीदार से नहीं पटती अथवा साझीदार से अल्प लाभ होता है। मतान्तर से – विवाह विलम्ब से होता है तथा उसमें अड़चनें आती हैं। स्त्री सुन्दर तथा बुद्धिमती मिलती है या जातक से प्रेम करने वाली होती है। यदि यूरेनस वक्री हो अथवा शुक्र-चन्द्र की अशुभ दृष्टि वाला हो तो दाम्पत्य-सुख उत्तम नहीं होता। स्त्री या रुग्णा बनी रहती है। एक के बाद दूसरा रोग होता रहता है अथवा प्रतिदिन खटपट या किसी कारणवश विवाद होती है। स्त्री सम्बन्ध में कोई न कोई विघ्न सदैव बना रहता है और उसके लिए खर्च भी अधिक होता रहता है। कुछ व्यक्ति ऐसे भी पाये जाते हैं, जो सप्तमस्य यूरेनस होने पर भी श्रेष्ठ दाम्पत्य-सुख का उपभोग करते हैं, परन्तु ऐसे संयोग में यदि कभी पत्नी बीमार पड़ती है तो पति को भी अत्यन्त कष्ट होता है। यूरेनस शनि-मङ्गल की अशुभ दृष्टि में हो तो भी स्त्री की मृत्यु होती है, अन्यथा नहीं। शुभ दृष्टि युत अथवा अशुभ दृष्टि रहित यूरेनस द्विभार्या कारक नही होता। सप्तम भाव में अशुभ, पाप पीड़ित यूरेनस से प्रथम विवाह सफल नही न होकर विच्छेद या डायवोर्स हो ही जाता है। द्विभार्या योग हो तो लग्न या राशी से द्वादश स्थान एवं अन्य ग्रह स्थित के करण अवश्य संभावना होगी पर इतना तो तय है कि शुभ यूरेनस सप्तम में हो प्रथम विवाह सफल और अशुभ हो तो बिछोह होता है। सातवें घर में यूरेनस या हर्शेल की सीधी गति मार्गी गति से अचानक शादी हो सकती है या किससे शादी करनी है इसका पूर्वाभास तब तक हो सकता है जब तक कि लगभग कुछ भी ज्ञात न हो।  यहां हर्शेल वैवाहिक जीवन में नाखुशी देता है जो जैविक संभोग से शुरू होता है।  बल्कि आध्यात्मिक या आत्मिक दृष्टि से दोनों मनों की समानता प्राप्त करना संभव है तो अशुभ दूर हो जाता है।  अशुभ यूरेनस तलाक की संभावना के साथ अराजक स्थिति लाता है। सप्तम भाव में वक्री हर्शेल तभी अच्छे परिणाम देगा जब युगल केवल उच्च विचारधारा वाला हो तो अच्छे परिणाम दे सकता है। इस संयोजन में सामान्य रूप से जीवन जीना आम तौर पर असंभव है। ऐसे जातकों की भावनाएँ और संवेदनाएँ समय और समाज की सीमाओं परे होने से डायवोर्स की संभावना होती हैं। एक ऐसा स्तर है जो दूसरे पक्ष की समझ से परे होने की संभावना है। जब प्यार की बात आती है तो वक्री यूरेनस या हर्शेल उनकी सोच में भ्रम पैदा करता है। यदि आपको दूसरा पक्ष आपके मानसिकता अनुसार नहीं मिलता तो इस प्रकार की मानसिकता असफलता लाती है। यदि दूसरा पक्ष उसे अच्छी तरह से स्वीकार कर ले तो ही शांति की अनुभूति होती है। यहां वक्री हर्शल लाभकारी हो जाता है यदि जातक ऐसे संघ में है जहां कई लोगों के पास कल्याण के अवसर हैं जैसे अस्पताल, पागलखाने, नर्सिंग होम, जेल आदि। उस स्थिति में वक्री हर्शल की अधिकांश विकृत मानसिकता कार्यों में प्रकट हो जाने से विवाहित जीवन में संतुलन बनाए रखना आसान बना सकती है।


ज्योतिष में यूरेनस-

यूरेनस, हमारे सौर मंडल में एक सुदूर बर्फ का दानव, ज्योतिष में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। 1781 में विलियम हर्शल द्वारा खोजा गया, इसकी अनूठी कक्षा और विशेषताएं विभिन्न ज्योतिषीय व्याख्याओं से जुड़ी हुई हैं। ज्योतिष में, यूरेनस को अक्सर नवाचार, क्रांति और अप्रत्याशितता के ग्रह के रूप में जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि इसका प्रभाव व्यक्तिगत और वैश्विक स्तर पर अचानक और अप्रत्याशित परिवर्तन लाता है।

यूरेनस अपरंपरागत और प्रतिबंधों से मुक्त होने की इच्छा का प्रतिनिधित्व करता है। यह मौलिकता, रचनात्मकता और व्यक्तित्व की खोज से जुड़ा है। यूरेनस से प्रभावित लोग स्वतंत्र विचारक होते हैं, जो अक्सर प्रगतिशील विचारों और वैकल्पिक जीवन शैली की ओर आकर्षित होते हैं। यह ग्रह प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रगति से जुड़ा है, जो आधुनिकीकरण और समाज के तेजी से विकास पर इसके प्रभाव को दर्शाता है।

ज्योतिषीय रूप से, यूरेनस कुंभ राशि को नियंत्रित करता है, जो एक वायु राशि है जो अपनी बौद्धिक गतिविधियों और मानवीय आदर्शों के लिए जानी जाती है। ऐसा माना जाता है कि ग्रह की ऊर्जा सामाजिक मुद्दों और व्यापक भलाई के लिए गहरी चिंता को प्रेरित करती है। मजबूत यूरेनस स्थिति वाले लोग समानता, स्वतंत्रता और न्याय को बढ़ावा देने वाले कार्यों की ओर आकर्षित हो सकते हैं।

हालाँकि, यूरेनस का एक विघटनकारी पक्ष भी है। इसके अचानक और अप्रत्याशित परिवर्तन रोमांचक और चुनौतीपूर्ण दोनों हो सकते हैं। यह नींव हिला सकता है और व्यक्तियों को अपने रास्ते पर पुनर्विचार करने के लिए मजबूर कर सकता है। ग्रह की ऊर्जा अक्सर बिजली जैसी अंतर्दृष्टि से जुड़ी होती है जो सफलताओं की ओर ले जाती है, लेकिन ये अंतर्दृष्टि परेशान करने वाली हो सकती हैं क्योंकि वे मौजूदा मानदंडों और मान्यताओं को चुनौती देती हैं।

व्यक्तिगत ज्योतिष में, यूरेनस पारगमन (जब यूरेनस किसी व्यक्ति के जन्म के ग्रहों पर विशिष्ट पहलू बनाता है) को अक्सर परिवर्तन के लिए ट्रिगर के रूप में देखा जाता है। ये गोचर अप्रत्याशित घटनाएँ, करियर में बदलाव या रिश्तों में अचानक बदलाव ला सकता है। जबकि यूरेनस पारगमन के परिणाम हमेशा नकारात्मक नहीं होते हैं, वे विघटनकारी हो सकते हैं, जिससे व्यक्तियों को नए दृष्टिकोण अपनाने और अपनाने की आवश्यकता होती है।

वैश्विक स्तर पर, यूरेनस को क्रांतिकारी आंदोलनों, तकनीकी सफलताओं और राजनीतिक विचारधाराओं में बदलाव से जोड़ा गया है। इसका प्रभाव इतिहास के उन क्षणों में देखा जा सकता है जिनसे महत्वपूर्ण सामाजिक परिवर्तन आया। यूरेनस की ऊर्जा हमें यथास्थिति को चुनौती देने और जटिल समस्याओं के नए समाधान खोजने के लिए प्रोत्साहित कर सकती है।

निष्कर्षतः ज्योतिष में यूरेनस नवाचार, क्रांति और अप्रत्याशित परिवर्तन का प्रतीक है। इसकी ऊर्जा हमें सीमाओं से मुक्त होने और अपनी विशिष्टता को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। हालाँकि इसका प्रभाव विघटनकारी हो सकता है, यह प्रगति, व्यक्तित्व और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को भी बढ़ावा देता है। चाहे व्यक्तिगत रूप से या सामूहिक रूप से अनुभव किया गया हो, यूरेनस हमें अपने जीवन और समाज के अज्ञात क्षेत्रों का पता लगाने, विकास और विकास को बढ़ावा देने के लिए आमंत्रित करता है।









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