योग और मोदीजी का गहरा संबंध है। मोदीजी योग के एक प्रबल समर्थक हैं और उन्होंने योग को विश्वभर में लोकप्रिय बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोदीजी ने बचपन से ही योग की शुरुआत की थी। वे हर दिन योग करते हैं और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मानते हैं। मोदीजी का मानना है कि योग एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
मोदीजी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव रखा था जिसमें 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया गया था। इस प्रस्ताव को 177 देशों ने समर्थन दिया और 2015 से हर साल 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।
मोदीजी ने विश्वभर में योग कार्यक्रमों में भाग लिया है और योग के लाभों के बारे में लोगों को जागरूक किया है। उन्होंने योग को एक वैश्विक आन्दोलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
योग और मोदीजी के संबंध को निम्नलिखित बिंदुओं से समझा जा सकता है:
मोदीजी योग के एक प्रबल समर्थक हैं और उन्होंने योग को विश्वभर में लोकप्रिय बनाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोदीजी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक प्रस्ताव रखा था जिसमें 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का अनुरोध किया गया था।
मोदीजी ने विश्वभर में योग कार्यक्रमों में भाग लिया है और योग के लाभों के बारे में लोगों को जागरूक किया है।
उन्होंने योग को एक वैश्विक आन्दोलन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
मोदीजी के प्रयासों से योग एक लोकप्रिय वैश्विक आन्दोलन बन गया है। आज दुनियाभर के लोग योग को अपना रहे हैं और इसके लाभों का अनुभव कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नियमित रूप से योग करते हैं। वे सूर्य नमस्कार, प्राणायाम, ध्यान, और अन्य योग आसनों का अभ्यास करते हैं। उन्होंने योग को अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया है।
मोदीजी के द्वारा किए जाने वाले कुछ प्रमुख योग आसन निम्नलिखित हैं:
सूर्य नमस्कार: यह एक श्रृंखला है जिसमें 12 आसन शामिल हैं। यह शरीर और मन को स्वस्थ रखने के लिए एक उत्कृष्ट तरीका है।
प्राणायाम: यह सांस लेने के अभ्यास हैं जो तनाव को कम करने और ध्यान केंद्रित करने में मदद करते हैं।
ध्यान: यह एक ध्यान अभ्यास है जो मन को शांत और केंद्रित करने में मदद करता है।
अन्य आसन: मोदीजी अन्य आसनों का भी अभ्यास करते हैं, जैसे कि वज्रासन, सुखासन, और ताड़ासन।
मोदीजी योग के महत्व को बढ़ावा देने के लिए भी काम करते हैं। उन्होंने 2015 में संयुक्त राष्ट्र में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा की। वह अक्सर योग कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और लोगों को योग करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
यहां मोदीजी द्वारा योग के बारे में कुछ उद्धरण दिए गए हैं:
"योग एक ऐसी कला है जो शरीर को स्वस्थ, मन को शांत और आत्मा को मजबूत बनाती है।"
"योग एक ऐसा विज्ञान है जो हमें अपने आप को बेहतर ढंग से जानने में मदद करता है।"
"योग एक ऐसा मार्ग है जो हमें शांति और आनंद की ओर ले जाता है।"
मोदीजी के योग के प्रति समर्पण भारत और दुनिया भर के लोगों के लिए एक प्रेरणा है।
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