9 mukhi rudraksh ( नौ मुखी रुद्राक्ष )

Kaushik sharma
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9 mukhi rudraksh


      नौ मुखी रुद्राक्ष रहष्य



9 mukhi rudraksh - नौमुखी रुद्राक्ष का नाम ही महाकाल भैरव है। शुभ मुहूर्त में निमित्त नियमों सहित इसे धारण करने पर जीवन में उन्नति की सूचना होती है। भाग्य में बाधा व कई प्रतिबन्धकता होने वाले दुर्भाग्य में भी अचानक शुभ फल देकर जयलाभ की सूचना करता है। शत्रु के गोपनीय षडयंत्र, दुर्घटना व मृत्यु से रक्षा की प्राप्ति होती। व्येक्ति की अकालमृत्यु नही होती। बुद्धिबल की जरूरत जिस किसी भी कार्यों में जरूरत हो उनमें नाना प्रकार का फल प्रदायी हैं ये रुद्राक्ष। राशिचक्र में बृहस्पति मकर राशि में स्थित या छठे, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होने पर "ॐ ह्रीं क्रीं हुं बृहस्पतये"। इस बीज मंत्र का जप करके गले में धारण करने पर अशुभ बृहस्पति जनित बाधाओं में रहकर भी जीवन में उन्नति की सूचना करता है।    


ये रुद्राक्ष कुण्डली शक्ति को जाग्रत करने में सहायता प्रदान करता है। जन्मकुण्डली में केतु अशुभ, कालसर्प या सर्प योग होने पर इस रुद्राक्ष को धारण करने पर मंगलकारी परिणाम प्राप्त होता है। गरीबी में कई जिम्मेदारी के बोझ तले दबे होने पर भी व्येक्ति को उन्नति करने में सहायता प्रदान करने वाला या आकस्मिक शुभ फल देने वाला माना गया है। इस रुद्राक्ष को धारण से पूर्व सर्वप्रथम श्री सदाशिव के मंत्र तत्पश्चात नवदुर्गा मंत्र एवं अंत में भैरव मंत्र से उज्जीवन करने उपरांत धारण करें।


कालसर्प दोष में आठ और नौमुखी एकसाथ धारण करने पर विशेष शुभफलदायी माना गया है। यह केतु और राहु ग्रह के क्रूर प्रभाव को दूर करने में मदद करता है। यह पहनने वाले को आत्मविश्वास और शक्तिशाली बनाता है। यह सहस्रार चक्र का उपचार करके ब्रह्मांड के साथ संबंध स्थापित करने में मदद करता है। यह धारक के दिमाग से समय डर को निकालता है और उसे स्वतंत्रतापूर्वक जीने की आजादी देता है। यह पहनने वाले से नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखता है। यह हर तरह के दुश्मनों को दूर भगाने में मदद करता है। यह पुरूष एवं महिलाओं को शारीरिक और मानसिक शक्ति प्राप्त करता है। शरीर में दर्द, त्वचा को प्रभावित करने वाली एलर्जी को ठीक करने में भी मदद करता है।  



यह पहनने वाले के अंदर आत्मविश्वास को बढ़ाता है। यह सांसारिक मामलों और आध्यात्मिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के कामकाज में सुधार करने में मदद करता है। यह चक्कर आना और चक्कर की समस्याओं का इलाज करने में मदद करता है। यह व्यक्ति में फोबिया, चिंताओं और मतिभ्रम को दूर करने में मदद करता है। यह सांसारिक मामलों और आध्यात्मिक जीवन के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। यह मानसिक अवासद एवं शारीरिक कमजोरी को दूर करने में मदद करता है। यह व्यक्ति में फोबिया, चिंताओं और मतिभ्रम को दूर करने में मदद करता है।  यह व्यक्ति के सभी पापों और चिंताओं को नष्ट करने में मदद करता है। यह पहनने वाले को सकारात्मक और गतिशील बनाने में मदद करता है।  भ्रूणहत्या ( abortion ) जैसे महापाप के प्रायश्चित्त के निमित्त नौ मुखी रुद्राक्ष धारण से मुक्ति प्राप्त होता है।












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